सारंगढ़/ बरमकेला ब्लॉक अंतर्गत
ग्राम पंचायत कर्राकोट में जल जीवन मिशन के तहत करोड़ों की लागत से बनी पानी टंकी आज ग्रामीणों के लिए सिरदर्द और खतरा बन चुकी है। 1 करोड़ 66 लाख रुपए की लागत से निर्मित यह पानी टंकी शुरुआत से ही गुणवत्ता विहीन निर्माण का शिकार रही है। अब स्थिति यह है कि टंकी में दरारें पड़ चुकी हैं और ग्रामीणों को वांछित पेयजल तक नसीब नहीं हो रहा है।

ठेकेदार की मनमानी, ग्रामीणों का हक छीना
परियोजना के अंतर्गत 310 घरेलू कनेक्शन दिए गए, लेकिन पानी की आपूर्ति आज तक शुरू नहीं हुई। ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार ने अपने मनमाने रवैये से निर्माण कराया और गुणवत्ता को ताक पर रख दिया। परिणामस्वरूप करोड़ों की लागत की यह योजना ग्रामीणों की प्यास बुझाने की बजाय निराशा का कारण बन गई।

प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की चुप्पी
ग्रामीणों का कहना है कि इस गंभीर समस्या को लेकर उन्होंने कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की, लेकिन न प्रशासन हरकत में है और न जनप्रतिनिधि। इस लापरवाही से लोगों में गहरा आक्रोश व्याप्त है।
कभी भी हो सकती है बड़ी दुर्घटना
ग्रामीणों का डर है कि पानी टंकी में लगातार चौड़ी होती दरारें किसी भी समय भयावह हादसे को जन्म दे सकती हैं। यदि टंकी गिरती है, तो न केवल करोड़ों की योजना ध्वस्त होगी बल्कि आस-पास के क्षेत्र में जान-माल का नुकसान भी संभव है।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से तत्काल निर्माण की जांच कराने, दोषी ठेकेदार पर सख्त कार्रवाई करने और पानी आपूर्ति शुरू कराने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि समय रहते सुधार नहीं किया गया, तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे।