बरमकेला ।
ग्राम बड़े नावापारा में गणेश चतुर्थी का पर्व इस बार विशेष रंग और रोशनी के बीच मनाया गया। एकता सेवा समिति द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम और डांस प्रतियोगिता ने पूरे क्षेत्र में उत्साह का माहौल बना दिया। गांव के लोग ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्रों और पड़ोसी राज्य ओडिशा से आए कलाकारों ने भी इस आयोजन में भाग लेकर इसे भव्य बना दिया।

गांव में उमंग और उल्लास का माहौल
गांव की गलियों से लेकर पंडाल तक हर जगह उल्लास और उमंग छाया रहा। महिलाएँ सजधज कर पहुंचीं, बच्चे और युवा उत्साह से भरे नजर आए। बुजुर्गों ने भी देर रात तक मंच पर हो रही प्रस्तुतियों का आनंद लिया।

शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. विद्या किशोर चौहान (जनपद अध्यक्ष, बरमकेला) ने फीता काटकर किया। मां संबलेश्वरी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से मंच पर धार्मिक वातावरण बन गया। “गणपति बप्पा मोरया” और “जय माता संबलेश्वरी” के जयकारों से पूरा पंडाल गूंज उठा।
मनमोहक प्रस्तुतियां
डांस प्रतियोगिता में बच्चों और युवाओं ने छत्तीसगढ़ी, बॉलीवुड और लोकगीतों पर शानदार नृत्य प्रस्तुत किए। कहीं लोक संस्कृति की झलक दिखाई दी तो कहीं आधुनिक गीतों की ताल पर युवाओं ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। ओडिशा से आए कलाकारों ने भी अपनी शानदार प्रस्तुति से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। दर्शक देर रात तक तालियां बजाकर कलाकारों का उत्साहवर्धन करते रहे।

पुरस्कार वितरण
प्रतियोगिता में निर्णायकों द्वारा विजेताओं का चयन किया गया।
प्रथम पुरस्कार (₹10,001) मुख्य अतिथि डॉ. विद्या किशोर चौहान ने प्रदान किया।
द्वितीय पुरस्कार ग्राम पंचायत बड़े नावापारा की सरपंच गंगा कमलेश सिदार ने दिया।
तृतीय पुरस्कार भोजराम किराना स्टोर, बड़े नावापारा की ओर से दिया गया।

मुख्य अतिथि का प्रेरणादायी उद्बोधन–
डॉ. विद्या किशोर चौहान ने अपने संबोधन में कहा—
👉 “इस प्रकार के सांस्कृतिक आयोजन न केवल हमारी परंपरा और संस्कृति को जीवित रखते हैं बल्कि गांव की एकता और भाईचारे का प्रतीक भी हैं। इस मंच से नन्हें कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता है। यही बच्चे आगे चलकर बड़े मंचों पर गांव और क्षेत्र का नाम रोशन करेंगे। हमें गर्व है कि बड़े नावापारा जैसे गांव संस्कृति और परंपरा को जीवित रखे हुए हैं।”
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति-
इस अवसर पर कैलाश नायक (पूर्व जिला पंचायत सदस्य), गजानंद गढ़तिया भाजपा नेता, ओमप्रकाश पिंटू चौहान (जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि), महेश देहरी (पूर्व सरपंच), रितेश पटेल (सरपंच कर्राकोट), सुशील साहा (उप सरपंच बड़े नावापारा), पूर्णचंद डनसेना सहित गांव के अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
आयोजन की सराहना
कैलाश नायक ने समिति के प्रयासों को सराहते हुए कहा कि—
👉 “एकता सेवा समिति का यह प्रयास गांव की संस्कृति को जीवित रखने का अद्भुत उदाहरण है। हर वर्ष ऐसे आयोजन समाज में नई ऊर्जा भरते हैं।”
गजानंद गढ़तिया ने कहा—
👉 “ग्रामीणों में इस आयोजन से जोश और उत्साह का वातावरण बना है। समिति के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ।”
महेश देहरी (पूर्व सरपंच) ने कहा—
👉 “नन्हें बच्चों को कला प्रदर्शन का अवसर मिलना सबसे बड़ी खुशी है। समिति और गांववासियों का अभिनंदन।”
पुलिस का सहयोग
कार्यक्रम के दौरान सरिया पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाली। ग्रामीणों ने पुलिस का धन्यवाद ज्ञापित किया।
समापन
यह आयोजन केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं रहा, बल्कि गांव की एकता, भाईचारे और प्रतिभा का प्रतीक बन गया। बड़े नावापारा ने इस बार गणेश चतुर्थी के बहाने संस्कृति और परंपरा को जीवित रखते हुए पूरे क्षेत्र में एक मिसाल पेश की।