सारंगढ़ / सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले में अवैध ईंट भट्ठों पर जिला प्रशासन नकेल कसने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ है। सड़क के किनारे से लेकर जंगल के अंदरूनी इलाके तक इन भट्ठों की आग सुलग रही है। रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन को लेकर प्रदेश भर में बवाल के बीच अवैध भट्ठों की आंच को अनदेखा किया जा रहा है। इन भट्ठों की आंच से शासन को लाखों का राजस्व तो झुलस रहा है। साथ ही रायल्टी जमाकर ईंट का व्यवसाय कर रहे लोगों को भी तगड़ा नुकसान हो रहा है। तेजी से फल फूल रहे इस अवैध कारोबार में अवैध कटाई,रेत भी बड़े पैमाने पर खपाएं जा रहें हैं। लेकिन लाल ईंट के इस काले कारोबार पर नकेल कसने के लिए खनिज विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अब भी तैयार नहीं हैं।

खनिज विभाग के पास अवैध भट्ठों का कोई रिकार्ड नहीं है। आश्चर्य की बात है कि रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन को रोकने के लिए भाग दौड़ कर रहें खनिज और राजस्व विभाग के अधिकारियों को ये भट्ठे नजर नहीं आ रहें हैं। बरमकेला के आसपास की बात करें तो बरगढ़ रोड से बड़े नावापारा की ओर व सरिया बोन्दा मार्ग, बरमकेला से कटंगपाली मार्ग, पिकरिमाल, अमुर्रा,जाने वाली सड़क पर ईट भट्ठों का संचालन किया जा रहा है। इन अवैध भट्ठों पर कार्रवाई करने में खनिज विभाग के अधिकारी तनिक भी रूचि नहीं ले रहे हैं।
खनिज अधिकारी बजरंग पैंकरा ने क्या कहा
जिले मे एक भी चिमनी लाल ईंट भट्टा नहीं है,जितने भी चल रहा है सभी अवैध हैं, समय समय पर कार्यवाही किया जाता है, संख्यात्मक अवैध लाल ईंट भट्टे पर कार्यवाही कि जानकारी ऑफिस जाके बता पाउँगा, सोमवार को ऑफिस समय मे जानकारी दे पाउँगा कार्यवाही कि संख्यात्मक जानकारी मे ले के नहीं घूमता हूँ, मुझे जानकारी नहीं है कल सोमवार को ऑफिस समय मे जानकारी दूंगा