सारंगढ़ – बिलाईगढ़ / सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला ब्लॉक मे बेखौफ़ होकर अवैध डोलोमाइंट का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है जिससे क्षेत्र मे विभाग पर कई सवाल खड़े हो रहे हैँ, ऐसे मे विभाग समय समय मे कागजी कार्यवाही कर खाना पूर्ति करके अवैध खनन माफियाओ को राहत प्रदान करती है जिससे खनन माफियाओ कि हौसला बुलंद है, अगर विभाग सभी को उचित जाँच करती है तो बड़ी भ्रष्टाचार उजागर होंगी,हमेशा से अवैध खनन बरमकेला ब्लॉक सुर्खियों मे रहता है जिससे विभाग ने हरकत मे आकर सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में खनिज विभाग ने एक क्रशर को सील किया है। सालासर इंटरप्राइजेस को अनुमति की शर्तों का उल्लंघन करने और अनियमितता पाए जाने पर कार्रवाई की गई है। क्षेत्र में कई क्रशर नियम विरुद्ध संचालित हो रहे हैं। बरमकेला तहसील के दर्जन भर गांवों में अवैध खनन करने वाले सिंडीकेट का राज है, जिसे खनिज विभाग का संरक्षण प्राप्त है। बीच-बीच में क्रशरों पर कार्रवाई होती है। इस बार खनिज विभाग ने सालासर क्रशर पर कार्रवाई की।
कलेक्टर संजय कन्नौजे ने जाँच के दिए निर्देश – कलेक्टर संजय कन्नौजे के निर्देश पर खनिज विभाग ने जांच की। इसमें पाया कि सालासर क्रशर में नियम विरुद्ध कारोबार किया जा रहा था। बिना रॉयल्टी के खनिज का परिवहन भी पकड़ा गया। डोलोमाइट के उत्पादन और डिस्पैच में अंतर पाया गया। खनिज विभाग के राजस्व की चोरी की गई। प्रदूषण रोकने के लिए भी उपाय नहीं किए गए। वृक्षारोपण भी नहीं किया गया। खनिज विभाग ने क्रशर को सील कर दिया है।
अवैध खनन को खुला संरक्षण
खनिज विभाग ने कभी भी डोलोमाइट के खनिपट्टों की जांच नहीं की। लीज की जमीन के बाहर भी खनन कर लिया गया है। क्रशर संचालकों ने अवैध खनन के लिए गांव के ही युवाओं को ठेका दे दिया। ट्रैक्टर से अवैध डोलोमाइट बोल्डर का परिवहन क्रशर प्लांट तक होता है। इन अवैध खदानों में कार्रवाई नहीं की गई जिसकी वजह से क्षेत्र में सैकड़ों फुट गहरी अवैध खदानें बन गई हैं।