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एक बार फिर हुआ पत्रकार पर हमला अब आवाज उठाने वाले पत्रकार नहीं सुरक्षित, अब पत्रकारों पर हमला करने वालो कि खैर नहीं

DEVRAJ DEEPAK
By DEVRAJ DEEPAK  - EDITOR IN CHIEF
4 Min Read

बालौद- पुरुर/ छत्तीसगढ़ में सामाजिक कार्य में लगे पत्रकारों पर लगातार हमले जारी हैं क्या छत्तीसगढ़ में अवैध कार्य और अवैध शासकीय जमीनों पर कब्जे की आवाज उठाना पत्रकारों के लिए गुनाह हो गया है आवाज उठाने वाले पत्रकारों पर लगातार हमले हो रहे हैं छत्तीसगढ़ में प्रतिदिन कहीं ना कहीं से पत्रकारों पर हमले की खबरें आती ही रहती है ऐसा ही ताजा मामला बालोद जिले के पुरुर तहसील से सामने आया है, गुरुर में लगातार चल रहे अवैध रेत उत्खनन को लेकर स्थानीय पत्रकारों ने लगातार खबरों को संबंधित अधिकारी तक पहुंचाया तथा संबंधित उच्च अधिकारी से अवैध खनन पर शिकायत भी किया जिससे संबंधित विभाग ने जांच हेतु संबंधित पटवारी को भेजा गया शिकायतकर्ता कृष्णा गंजीर पत्रकार भी मौके पर मौजूद था जिससे रेत खनन माफियाओ व सामाजिक तत्वों ने पत्रकार कृष्णा गंजीर को प्राण घातक हमला कर दिया जिससे वह पूरी तरह से घायल हो गए घायल अवस्था में उन्हें भाग कर जान बचाई और गुरुर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया इस हमले में पीड़ित पत्रकार को सिर और पैर पर गंभीर चोटे आई है पीड़ित पत्रकार ने बताया कि घटना के बाद आरोपी धमकी देकर हाईवे से रोंदने का कोशिश भी किया गया और उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर हमने उनके काम में हस्तक्षेप किया तो वह हमें बक्सेंगे नहीं जिसकी रिपोर्ट गुरुर थाने में दर्ज कराई गई है वही घटना के जानकारी लगते ही स्थानीय पत्रकार भी बड़ी संख्या में वह प्रदेश के विभिन्न जिलों से पत्रकारों ने उचित कार्रवाई करने को लेकर अनिश्चितकालीन धरना करने के मूड बना लिया जिससे इस मामले पर पुलिस ने करीब आठ लोगों को गिरफ्तार कर चुका है और मुख्य आरोपी फरार होने पर पत्रकारों में रोष व्याप्त था अब गुरुर पुलिस पुरुर पुलिस सायबर संयुक्त टीम मे मुख्य आरोपी को पकड़कर जेल दाखिल कर दिया है ऐसे में पुलिस बदमाशों को रैली के माध्यम से गली में घूमाने की बात कही थी जिससे पुलिस के द्वारा आरोपी को नहीं घुमाय जाने पर वादों के अनुरूप पुलिस से पत्रकारों का झूमा झटकी भी हुआ और पत्रकारों ने बात यह भी रखा है कि अवैध रेत उत्खनन कार्य को जल्द से जल्द बंद किया जाए और अवैध रेत उत्खनन माफियाओं पर उचित कार्रवाई किया जाए अन्यथा फिर एक कोई पत्रकार साथी इनके शिकार हो सकते हैं जो की सरकार के लिए एवं चौथा स्तंभ कलम वीरों के लिए भी नुकसानदायक है जिससे अब खनन माफिया उमेश्वर उर्फ़ ओमू साहू एवं अन्य 8 आरोपी के ऊपर गैर जमानती धारा कि कार्यवाही पुलिस ने कर दिया है इन सभी आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता बीएनएस धारा 296,351(2),191(2),191(3),190,109 के तहत कार्यवाही कर के सभी को जेल दाखिल कर दिया है, ऐसे मे पत्रकारों ने प्रदेश मे पत्रकार सुरक्षा क़ानून लागु करने अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति लगातार मांग करते आ रहे हैं अब बालौद मे हुए हमले का अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति ने घटना का निंदा करते हुए जल्द ही पत्रकार सुरक्षा क़ानून लागु करने आवाज बुलंद कर दिया हैं, अगर शासन प्रशासन अगर पत्रकार सुरक्षा क़ानून लागु नहीं करता है तो आने वाले दिनों मे उग्र आंदोलन करने कि बात कहा है इस मौके पर नरेश चौहान जिलाध्यक्ष सारंगढ़, देवराज दीपक कार्यकारी जिलाध्यक्ष सारंगढ़, कृष्णा महिलाने, मोहन लहरे, मिथुन यादव, समीप अनंत, शम्भू पटेल, राज सिदार एवं प्रदेश के सभी जिलों के पत्रकार उपस्तिथ रहे।

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