सारंगढ़-बिलाईगढ़।
जिले की स्व-सहायता समूह की दीदियों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए भारत सरकार की प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम (PMFME) योजना सारंगढ़-बिलाईगढ़ में तेजी से आगे बढ़ रही है। महिलाओं को इस योजना से जोड़कर खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में नए उद्योग स्थापित करने की तैयारी की जा रही है।
योजना के प्रमुख बिंदु
खाद्य प्रसंस्करण इकाई के लिए ढाई करोड़ रुपये तक निवेश की सुविधा।
परियोजना लागत का 35 प्रतिशत अनुदान और 10 लाख रुपये तक की कैपिटल सब्सिडी।
पात्रता : 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति, स्व-सहायता समूह व किसान उत्पादक संगठन।
आवश्यक दस्तावेज : आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, स्टेटमेंट, राशन कार्ड, बिजली/गैस बिल, मतदाता पहचान पत्र, नगर निगम टैक्स रसीद और कार्यस्थल का फोटो।
जिला रिसोर्स पर्सन (DRP) द्वारा प्रकरण तैयार कर बैंक ऋण की प्रक्रिया को आसान बनाया जाएगा।

डीपीएम संजू पटेल का आह्वान
नवनियुक्त डीपीएम संजू पटेल ने कहा कि बिहान से जुड़ी सभी महिलाएं अपने हुनर को उद्योग का रूप देकर आत्मनिर्भर बनें। उन्होंने अपील की—
“बिहान दीदियां पूरी निष्ठा और लगन से कार्य करें, अपने आजीविका कार्यक्रम को गति दें। हमारा सहयोग हमेशा आपके साथ रहेगा। आप सब मिलकर न केवल ब्लॉक बल्कि पूरे जिले का नाम रोशन करें।”

जिला सीईओ इंद्रजीत बर्मन का संदेश
जिला सीईओ इंद्रजीत बर्मन ने भी महिलाओं को योजना से लाभान्वित करने के लिए लगातार प्रयास करने की बात कही। उन्होंने कहा—
“हमारा लक्ष्य है कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना और एनआरएलएम से जुड़ी अन्य योजनाओं का लाभ सारंगढ़-बिलाईगढ़ की हर महिला तक पहुँचे। सभी बिहान दीदियां सच्ची लगन और मेहनत से कार्य करें ताकि हमारा जिला पूरे प्रदेश में अलग पहचान बना सके।”

रोजगार का नया मार्ग
महिलाएं अचार, पापड़, नमकीन, चिप्स, मिक्सचर, जूस, पनीर, सत्तू और अन्य खाद्य उत्पादों का उत्पादन कर सकती हैं। इससे वे आर्थिक रूप से सशक्त होंगी और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन भी होगा। प्रशासनिक अधिकारियों का मानना है कि यदि महिलाएं योजना से जुड़कर पूरी निष्ठा से कार्य करेंगी तो आने वाले समय में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला बिहान योजना और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में आदर्श उदाहरण बनेगा।