सारंगढ़- बिलाईगढ़।
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन का जिला चुनाव इस बार बेहद ऐतिहासिक रहा। तीन साल का कार्यकाल पूरा होते ही सभी पुराने पद शिथिल कर दिए गए और प्रांतीय निर्देश के तहत चुनावी रणभेरी बज उठी। लेकिन इस बार मैदान में कोई संघर्ष नहीं, बल्कि सर्वसम्मति से संकीर्तन नंद को जिलाध्यक्ष की गद्दी सौंप दी गई।

जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती बुधनी अजय की सख़्त निगरानी और पारदर्शी प्रक्रिया के बीच सारंगढ़, बरमकेला और बिलाईगढ़ ब्लॉकों में चुनाव सम्पन्न हुए। तीनों ब्लॉकों से निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए – सारंगढ़ से सतीश चौहान, बरमकेला से पवन पटेल और बिलाईगढ़ से सरयूकांत बंजारे।

जिलाध्यक्ष पद पर जब नामांकन की बारी आई तो पूरा माहौल संकीर्तन नंद के नाम से गूंज उठा। कोई दूसरा दावेदार सामने ही नहीं आया। तीनों ब्लॉक अध्यक्षों ने एक सुर में उनके नाम का समर्थन किया और ऐलान कर दिया – “जिलाध्यक्ष सिर्फ संकीर्तन नंद!”घोषणा के बाद संकीर्तन
नंद ने भी तल्ख़ अंदाज में कहा –
“यह जीत मेरी नहीं, बल्कि पूरे जिले के शिक्षकों की जीत है। मुझ पर जो भरोसा जताया गया है, उसे मैं हर हाल में निभाऊंगा। अब संगठन मजबूती से अपनी बात शासन-प्रशासन तक पहुंचाएगा और शिक्षकों के हक़ की लड़ाई लड़ते हुए कोई समझौता नहीं करेगा।” चुनावी नतीजे के बाद माहौल जोश और उत्साह से भर उठा। संगठन के कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट संदेश दिया कि नया जिलाध्यक्ष अब शिक्षकों की ताकत बनकर उभरेगा।