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बिहान योजना में गड़बड़ी पर जिला CEO की कड़ी कार्यवाही – पीआरपी का तबादला आदेश जारी, पारदर्शिता लाने की बड़ी पहल

DEVRAJ DEEPAK
By DEVRAJ DEEPAK  - EDITOR IN CHIEF
3 Min Read

सारंगढ़-बिलाईगढ़
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) यानी बिहान योजना, महिलाओं के आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण की सबसे बड़ी योजना मानी जाती है। लेकिन पिछले कई महीनों से जिले में इस योजना को लेकर लगातार गड़बड़ी और अनियमितता की शिकायतें सामने आ रही थीं। ग्रामीणों की इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जिला CEO ने आखिरकार कड़ा कदम उठाया है।

जिला CEO ने जनपद पंचायत क्लस्टरों में कार्यरत प्रोजेक्ट रूरल प्रमोशन(PRP) को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित कर दिया है, ताकि योजना में पारदर्शिता बनी रहे और कामकाज सुचारु रूप से आगे बढ़ सके। यह कार्रवाई जिले में इस संदेश को भी साफ करती है कि अब NRLM जैसी महत्वाकांक्षी योजना में किसी भी प्रकार की लापरवाही या भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

🔹 स्थानांतरण सूची इस प्रकार है:

आशा साहू – गोडम से पवनी

चन्द्रिका वैष्णव – सालर से पेंड्रावन

धनेश्वरी जांगड़े – कोसीर से कांदूरपाली

चमेली जांगड़े – छिंद से बुदेली

चुन्नी साहू – पेंड्रावन से बोन्दा

अनीता कोसरे – पवनी से लेंध्रा

भारती धीवर – बांस उरकुली से कोसीर

कुसुम बैष्णव – सलोनीकला से छिंद

मधु वर्मा – कांदूरपाली से गोडम

शीतल बर्मन – बुदेली से सालर

बसंती बंजारे – बोन्दा से बांस उरकुली

सत्यवती कुर्रे – लेंध्रा से सलोनीकला

🌿 जिला CEO बर्मन का सख्त सन्देश
जिला CEO बर्मन ने साफ कहा है कि बिहान योजना का उद्देश्य गांव की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करना है। लेकिन कुछ स्थानों पर लगातार मिल रही शिकायतों से यह साफ हो गया था कि योजना का संचालन ठीक तरीके से नहीं हो रहा। ऐसे में संबंधित PRP को तुरंत बदलना आवश्यक हो गया। उन्होंने चेतावनी भी दी कि भविष्य में यदि किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की लापरवाही सामने आती है तो और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।

📌 ग्रामीणों और महिला समूहों में सकारात्मक संदेश
इस कार्रवाई से महिला स्वयं सहायता समूहों और ग्रामीणों में विश्वास जगा है कि अब उनकी मेहनत और हक पर कोई डाका नहीं डाला जा सकेगा। बिहान योजना से जुड़ी महिलाएं लंबे समय से पारदर्शिता की मांग कर रही थीं। अब यह कदम उन्हें और मजबूती देगा।

💬 विशेषज्ञों की राय
समाजसेवियों और पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि यह कार्रवाई जिले के लिए मील का पत्थर साबित होगी। क्योंकि जब तक योजनाओं में पारदर्शिता और ईमानदारी नहीं होगी, तब तक ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण का सपना अधूरा रहेगा।

➡️ कुल मिलाकर, जिला CEO की यह कार्रवाई केवल स्थानांतरण नहीं बल्कि एक मजबूत संदेश है कि अब बिहान योजना को गड़बड़ियों से मुक्त करके सही दिशा में ले जाने का संकल्प लिया जा चुका है।

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