बरमकेला। आज बड़े नावापारा गांव में नवाखाई पर्व बड़े ही हर्षोल्लास और परंपरागत रीति-रिवाजों के साथ मनाया गया। सुबह से ही गांव का वातावरण उत्साह और उमंग से भरा रहा। ग्रामीणों ने सबसे पहले नए अन्न का सेवन कर प्रकृति और अन्नदाता को नमन किया। विशेषकर महिलाओं में इस पर्व को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। नए अन्न ग्रहण करने के उपरांत महिलाएं पारंपरिक भोजली बिसर्जन कार्यक्रम में शामिल हुईं। हाथों में थाली और कलश सजाकर वे गीत-संगीत गाते हुए पूरे गांव के गली-मोहल्लों में भ्रमण करती रहीं। गांव की हर गली उत्सवधर्मी माहौल से गूंज उठी।

भोजली विसर्जन के अवसर पर ढोल-नगाड़ों और लोकगीतों की धुन पर महिलाएं झूमती-नाचती नजर आईं। इस दौरान ग्रामीण भी उनके साथ उत्साहपूर्वक शामिल हुए। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने इस पर्व का आनंद उठाया।

नवाखाई पर्व केवल नए अन्न के सेवन तक सीमित नहीं है बल्कि यह गांव की एकता, समरसता और संस्कृति को भी जीवंत करता है। बड़े नावापारा गांव में आज का नजारा यही दर्शा रहा था कि जब समाज एक साथ मिलकर अपने त्योहारों को मनाता है तो खुशियों की फुहार चारों ओर छा जाती है।